" ढलेगी शाम जहाँ कुछ नज़र न आएगा
इस के बाद बहुत याद घर की आएगी"
इस के बाद बहुत याद घर की आएगी"
'ऐतिहासिक धरोहरों को बचाना तो अच्छी बात है, लेकिन बसे-बसाए गांव को उजाडऩे की कीमत पर नहीं। गांवराखी गढ़ी को उजाडऩा तो दूर की बात, एक र्इंट भी अगर तोड़ी तो सरकार की र्इंट से र्इंट बजा देंगे।' ये बातें आईएनएलडी संसदीय दल के नेता व सांसद दुष्यंत चौटाला ने शनिवार को गांव राखी गढ़ी में धरना स्थल पर पहुंच कर यह बात कही।
यही तो हो रहा है हमारे गांव में पिछले कुछ दिनों से नेता राजनीती कर रहे है , कोई कहता है आपके घरो को कुछ नहीं होने दिया जायेगा पर कोर्ट है की अपना फैसला बदलने को राजी नहीं है और अपने फैसले पर अटल है और अगर ऐसा ही रहा तो आने वाले कुछ ही दिनों में हम गांव वाले लोगों को बेघर कर दिया जायेगा |
दोस्तों माना की सरकार को कोर्ट के फैसले का पालन करना होता है पर हमारे पास ऐसे बहुत से उदारहण है जहां कोर्ट को फैसला बदलना पड़ा फिर हमारे केस में ऐसा क्यों नहीं हो सकता | कल की ही बात है हमारे गांव में एसडीएम आये और जिन घरों को तोडना है इनको रिकॉर्ड करके चले गए| दोस्तों आने वाले कुछ दिनों में राखी गढ़ी के लोगों के लिए भारी पड़ने वाले है इसलिए आप सब से अनुरोध है की आप इस दुख की घड़ी
में हमारे सहयोग दे|
निवेदक :दीपक जांगड़ा
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